किसान सम्मेलन में फलौदी जिले के 1781 किसान हुए लाभान्वित, राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव..

Breaking News

● BREAKING NEWS ● फलोदी जिले के खीचन और उदयपुर के मेनार गांव रामसर साइट घोषित, जेके राजस्थान न्यूज | केलनसर : विश्व पर्यावरण दिवस ( 5 जून ) से पूर्व बुधवार की संध्या को भारत के केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्री ने घोषणा करके कहा है कि भारत में राजस्थान के फलोदी जिले के खीचन की आर्द्रभूमि और उदयपुर जिले के मेनार गांव (बर्ड गाँव) को रामसर साइट के रूप में मान्यता दी गयी है। खीचन में सर्दी के समय प्रत्येक वर्ष साइबेरिया से असंख्यक झुण्ड के रूप में साइबेरियन कुरजां अपना पड़ाव डालती है क्योंकि ये खीचन की आद्रभूमि वातावरण और पर्यावरण के अनुकूलन है, जिले में लाखों की संख्या में कुरजां के भ्रमण के कारण यहां पर्यटन, संस्कृति, कला, और फलोदी जिले का सामरिक महत्व और अधिक व्यापक स्तर पर बढेगा। खीचन व मेनार को विश्व स्तर पर पहचान : मेनार गाँव प्रदेश व देश का एकमात्र "विश्व में छाया बर्ड गाँव" के रुप में जाना जाता है यहाँ हमेशा बर्ड सुबह से शाम तक देखा जा सकता है। फलोदी जिले के खीचन और उदयपुर के मेनार गाँव को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी पहचान, सैंकड़ो देशी व विदेशी सैलानियों का जमावड़ा रहेगा, राजस्थान के दोनों वेटलैण्ड स्थलों की इंटरनेशनल स्तर पर वैश्विक पहचान। भारत में अब 5 जून 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार रामसर साइट की संख्या 91 हो गई है, वहीं राजस्थान में 2 से बढकर 4 रामसर साइट हो चुकी है। रामसर साइट क्या है : रामसर साइट एक ऐसी जगह है जो अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि होती है, जिसे रामसर कन्वेंशन के तहत संरक्षित किया जाता है। रामसर कन्वेंशन एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है जिसका उद्देश्य आर्द्रभूमियों का संरक्षण और स्थायी उपयोग करना है।

किसान सम्मेलन में फलौदी जिले के 1781 किसान हुए लाभान्वित, राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव..

 किसान सम्मेलन में जिले के 1781 किसानों को 457.43 लाख रुपए का दिया गया अनुदान

राज्य सरकार की खेत तलाई, उन्नत कृषि यंत्र योजना,फंवारा संयंत्र, सौर ऊर्जा पंप सेट योजना सहित विभिन्न योजनाओं से किसानों को लाभान्वित किया गया

जेके राजस्थान न्यूज फलौदी जिले मे राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव के तहत बुधवार को किसान सम्मेलन एवं किसान उत्पादक संगठन मेले का आयोजन नगर परिषद सभागार में किया गया। इस दौरान राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किसानों ने देखा। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा डीबीटी के माध्यम से राज्य के किसानों को खेत तलाई, उन्नत कृषि यंत्र योजना,फंवारा संयंत्र, सौर ऊर्जा पंप सेट योजना सहित विभिन्न योजनाओं की राशि का हस्तांतरण करते हुए लाभार्थियों से संवाद किया गया।

  सरकारी योजनाओं को अधिक से अधिक लाभान्वित हो किसान :-

राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि राशि में वृद्धि एवं मुख्यमंत्री थार सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के दिशा-निर्देश जारी किए। पशुधन निःशुल्क आरोग्य योजना के अन्तर्गत निःशुल्क उपलब्ध करवाये जा रहे औषधियों व टीकों की संख्या 138 से बढाकर 200 किए जाने, मंगला पशु बीमा योजना में लाभान्वितों का दायरा बढ़ाना तथा ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बैल से खेती करवाये जाने पर प्रोत्साहन राशि के दिशा-निर्देश जारी किए।

विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित किसानों को कलक्टर ने किया सम्मानित 

कार्यक्रम में जिला कलक्टर एच.एल अटल ने किसानों को विभिन्न योजनाओं की वित्तीय स्वीकृति पत्र देकर सम्मानित किया। जिले के 1781 किसानों को 457.43 लाख रुपए का अनुदान दिया गया। जिसमें खेत तलाई योजना के 258 किसानों को 68.08 लाख रुपए, तारबंदी योजना के 568 किसानों को 175.10 लाख रुपए, उन्नत कृषि यंत्र योजना के 54 किसानों को 20.77 लाख रुपए, फंवारा संयंत्र योजना के 457 किसानों को 106.42 लाख रुपए, सौर ऊर्जा पंप सेट योजना के 182 किसानों को 53.47 लाख रुपए, पाइपलाइन योजना के 154 किसानों को 16.79 लाख रुपए तथा गोवर्धन जैविक उर्वरक/स्थाई वर्मी कंपोस्ट यूनिट स्थापना के लिए 16.80 लाख रुपए का अनुदान राशि दी गई।

कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर अजय, एसीईओ ललित कुमार गर्ग, जनप्रतिनिधि रतनलाल मेघवाल, संयुक्त निदेशक कृषि जगदीश मेघवंशी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ एसके बैरवा, उपनिदेशक पशुपालन डॉ भागीरथ सोनी, प्रबंधक सहकारी बैंक ओमप्रकाश बिश्नोई व मंडी सचिव जय किशन आदि उपस्थित रहे।

27 मार्च को अंत्योदय कल्याण समारोह का होगा आयोजन:- 

जिला कलक्टर एच.एल अटल ने बताया कि 27 मार्च को अंत्योदय कल्याण समारोह का आयोजन नगर परिषद सभागार में आयोजित किया जाएगा।

Post a Comment

0 Comments