हंगामे के साथ हुआ 16वीं विधानसभा के पहले सत्र का आगाज,

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Live नागौर सीट पर हनुमान बेनीवाल V/S ज्योति मिर्धा में बड़ा अपडेट, क्या रद्द होगा नामांकन? जयपुर | जेके राजस्थान न्यूज | राजस्थान की नागौर सीट हर बार की तरह इस बार भी लोकसभा चुनाव की हॉटेस्ट सीट बनी हुई है। यहां मुकाबला एक बार फिर चिर प्रतिद्वंदी हनुमान बेनीवाल और ज्योति मिर्धा के बीच हो रहा है। हनुमान जहां इंडिया गठबंधन समर्थित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक प्रत्याशी हैं, तो वहीं ज्योति मिर्धा इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले ज्योति इसी नागौर सीट से कांग्रेस की लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। ज्योति के खिलाफ शिकायत : नागौर सीट पर हनुमान बेनीवाल और ज्योति मिर्धा के बीच इस महामुकाबले में शनिवार को एक नया मोड़ आया। बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और समर्थन में उतरी इंडिया गठबंधन ने भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी से गंभीर शिकायत दर्ज करवाई है। आरएलपी-इंडिया नेताओं ने शिकायती पत्र में ज्योति मिर्धा द्वारा अपने नामांकन में कुछ तथ्य छुपाने के आरोप जड़े हैं। सांसद मिर्धा ने आपराधिक तथ्यों को छुपाया : आरएलपी-इंडिया की शिकायत के अनुसार भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने नागौर लोकसभा से दाखिल अपने नामांकन व शपथ पत्र में आपराधिक तथ्यों को छुपाया है। नामांकन व शपथ पत्र में बताया गया है कि उनके विरुद्ध कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है, जबकि जोधपुर शहर के उदयमंदिर थाने में उनके खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। इंडिया' गठबंधन के ये नेता पहुंचे शिकायत करने : जिला निर्वाचन अधिकारी से मिलकर भाजपा प्रत्याशी की शिकायत करने वाले इंडिया गठबंधन प्रतिनिधिमंडल में पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल, कोषाध्यक्ष माधाराम भाकल, किशनाराम पिंडेल, एडवोकेट गोविंद कड़वा, एडवोकेट निंबाराम काला, एडवोकेट कैलाश गालवा सहित इंडिया गठबंधन के कई प्रतिनिधि मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत के आधार पर भाजपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द करने की मांग रखी है। तीसरी बार हो रहा आमना-सामना : ज्योति मिर्धा और बेनीवाल तीसरी बार आमने-सामने हो रहे हैं। इससे पहले 2014 और 2019 में भी दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा है। ठीक 5 साल बाद चेहरे नहीं बदले हैं, लेकिन समीकरण बदल चुके हैं। जहां 2019 में ज्योति मिर्धा कांग्रेस की प्रत्याशी थीं, तो वहीं हनुमान बेनीवाल ने उनके खिलाफ चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। तब बेनीवाल को भाजपा का समर्थन था। इस बार की परिस्थिति में बेनीवाल कांग्रेस के समर्थन से चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं ज्योति मिर्धा भाजपा टिकट से प्रत्याशी है। जाट बाहुल्य है नागौर लोकसभा सीट : नागौर परंपरागत रूप से जाट राजनीति का प्रमुख गढ़ माना जाता है। नागौर के जातीय समीकरण पर नजर डालें तो नागौर में जाट बहुसंख्यक हैं। मुस्लिम मतदाताओं की आबादी दूसरे स्थान पर बताई जाती है। इसके अलावा राजपूत, एससी और मूल ओबीसी वोटर भी अच्छी संख्या में हैं। नागौर लोकसभा सीट पर लंबे समय तक मिर्धा परिवार का दबदबा रहा है। नागौर से सबसे ज्यादा बार सांसद बनने का रिकॉर्ड नाथूराम मिर्धा के नाम है, जो छह बार नागौर से जीते थे। नाथूराम मिर्धा परिवार जाट समुदाय से है।

हंगामे के साथ हुआ 16वीं विधानसभा के पहले सत्र का आगाज,

सदन में RPSC को भंग करने को लेकर वेल में कूदे हनुमान बेनीवाल


जयपुर | जेके राजस्थान न्यूज | राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण के साथ ही 16वीं विधानसभा के पहले सत्र का आगाज हुआ. उम्मीद के अनुरुप विपक्ष की ओर से सदन में हंगामा किया गया वहीं, राज्यपाल हंगामे के बीच अभिभाषण पढ़ते रहे. इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. इतना ही नहीं अभिभाषण के दौरान आरएलपी के एक मात्र विधायक हनुमान बेनीवाल RPSC को भंग करने की मांग को लेकर वेल में जा घुसे और नारेबाजी करने लगे।


हनुमान बेनीवाल ने लहराया पोस्टर

 अभिभाषण के दौरान रालोपा विधायक हनुमान बेनीवाल ने आरपीएसी को भंग करने की मांग करते हुए हंगामा किया. साथ ही वो हाथों में पोस्टर लेकर लहराते नजर आए. इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और बेनीवाल में तू तू-मैं मैं भी हुई. इसके बाद बेनीवाल वेल में आकर विरोध करने लगे बता दें कि हनुमान बेनीवाल ने सत्र शुरू होने से पहले ही सरकार पर RPSC को लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगाया था. बेनीवाल ने कहा था कि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले भ्रष्टाचार की जननी बन चुकी RPSC को भंग करने की बात कही थी, लेकिन सत्ता संभालने के बाद इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।


हंगामे के बीच राज्यपाल ने पढ़ा अभिभाषण

सदन के पहले दिन राज्यपाल कलराज मिश्र ने हंगामे के बीच अभिभाषण पढ़ा। राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के 5 साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार हुआ। हमारी सरकार इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएगी. इसके लिए सीबीआई को राजस्थान में अनुसंधान की छूट दी गई है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यों की हम समीक्षा करेंगे. इसके लिए कमेटी बनेगी, जो अपनी रिपोर्ट 3 महीने में मुख्यमंत्री को सौंपेगी. इस दौरान उन्होंने विकसित भारत के संकल्प को भी दोहराया और सरकार के आने वाले समय में किए जाने वाले कार्यों का लेखा जोखा पेश किया।


राज्यपाल ने कहा कि पिछली सरकार गौ माता के संरक्षण में निष्क्रिय नजर आई, लेकिन हमारी सरकार गोसंवर्धन के लिए योजनाएं बनाएगी. हम पीएम आवास के साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना को भी शुरू करेंगे, ताकि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति आवास से वंचित न रह जाए. साथ ही लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. इसी क्रम में राज्यपाल ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने केंद्र की आयुष्मान योजना की जगह चिरंजीवी योजना चलाकर वाहवाही लूटने की कोशिश की थी, लेकिन अब राज्यवासियों को केंद्र की योजनाओं का लाभ मिलेगा।


पूर्ववर्ती सरकार पर साधा निशाना

 राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में पिछली सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य सरकार साइबर और महिला अपराधों को रोकने का काम करेगी, पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे. साथ ही घुमंतू समुदाय के मूलभूत दस्तावेजों को तैयार करने के लिए मदद करेगी और उन्हें आवास, स्वास्थ्य बीमा समेत मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयास किए जाएंगे. मिश्र ने कहा कि यह सरकार सबको साथ लेकर विकसित राजस्थान के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है. पिछली सरकार की ओर से किसानों की कर्ज माफी की बात कही गई, लेकिन किसानों की जमीन की कुर्की कर दी गई।

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